सोशल मीडिया
शीर्षक : सोशल मीडिया
जहां हर तरफ सोशल मीडिया का फ़साना है ।
लोगों का रिश्ता इससे ऐसा बढ़ चला है ,
कि हालात चाहे जो भी हों , पर दिल से निभाना है ।
हार हो, जीत हो, खुशी हो या गम हो ,
स्टेटस तो लगाना है , आखिर दुनिया को दिखाना है ।
लाइक, कॉमेंट और व्यूज की ऐसी चाहत है ,
कि जान चली जाए , पर ट्रेंडिंग लिस्ट में आना है ।
युवक और युवतियों की तो आप बात ही छोड़िए ,
यहां बच्चों से लेकर बूढ़ों तक का बेवजह आना जाना है। माता - पिता कैसे हैं , किसको फ़र्क पड़ता है ,
अब तो ये मायाजाल ही , लोगों का ठिकाना है ।
सुबह से शाम होने का अंदाज़ा नहीं रहता ,
फिर भी सोशल मीडिया पर ही सारा वक़्त गंवाना है ।
ये जगह भी हमें खूब आकर्षित करती है,
पर यहां सिर्फ दिल ही नहीं, दिमाग भी लगाना है ।
ये नदी की तरह बहती हुई , आपके पास आती है ,
पर याद रखिए की क्या रखना है,और क्या बहाना है।
कुछ चीजें फालतू हैं , तो कुछ खास भी हैं ,
कुछ दिल छू जाती हैं , तो कुछ बकवास भी हैं ,
आखिरी ज़िम्मेदारी , तो आपको ही निभाना है ,
आपके हाथो में है , कि क्या छोड़ना और क्या उठाना है।
खुद को तैयार कीजिए, फालतू चीजों पर वार कीजिए,
बुराइयों को छोड़िए , अच्छाइयों को स्वीकार कीजिए ,
आखिर अपनी प्रतिभा भी तो , दुनिया को दिखाना है।
जिसके लिए सोशल मीडिया ,एक अच्छा ठिकाना है ,
खुद पर नियंत्रण रखिए , और एक - एक कदम बढ़ाइए,
क्यूंकि इस देश को अभी, बहोत आगे लेकर जाना है ।
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