मैं भी हूं ....❤️

इस अनजान -सी दुनिया का, एक सितारा मैं भी हूं ,
यार मेरे भी हैं, किसी का यारा मैं भी हूं ,
दुनिया में लोग कुछ खुश , कुछ बेचारे मैंने देखें हैं,
थोड़ा - सा खुश , पर थोड़ा बेचारा मैं भी हूं ।
 
बच्चों की ख़ुशी में, मां की जान बसती है,
अपने उस मां की, आंखों का तारा मैं भी हूं,
अपनी औलाद में , बाप हर ख़ुशी ढूंढ लेता है,
अपने उस पापा के, बुढ़ापे का सहारा मैं भी हूं।
 
ज़िन्दगी के जंग में ,हार -जीत जारी है,
कभी थोड़ा जीता, पर थोड़ा हारा मैं भी हूं ,
इस समुंदर से संसार में, नाव जैसे सपने हैं ,
उस नाव को चाहने वाला ,एक किनारा में भी हूं ।

इस मतलबी दुनिया में ,चुप रहना ही अच्छा है,
पर जब हदें पार हों , तो जवाब करारा मैं भी हूं
बुराई करना , तो फितरत है दुनिया की,
पर जब  बात बढ़ जाए तो, थोड़ा आवारा मैं भी हूं....❤️

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