क्या है ज़िन्दगी ?
ज़िन्दगी- आखिर क्या है ज़िन्दगी ?
क्या नर्सरी से बारहवीं तक पढ़ना ज़िन्दगी है?
या उसके बाद करियर के लिए लड़ना ज़िन्दगी है?
क्या दुनिया में कुछ नया करने का इरादा है जिंदगी ?
क्या नर्सरी से बारहवीं तक पढ़ना ज़िन्दगी है?
या उसके बाद करियर के लिए लड़ना ज़िन्दगी है?
क्या दुनिया में कुछ नया करने का इरादा है जिंदगी ?
या मां-पापा का नाम रोशन करने का वादा है ज़िन्दगी?
क्या हौंसलों के पंख लगाकर ,उड़ना ज़िन्दगी है ?
या सपनों के लिए दुनिया से लड़ना ज़िन्दगी है ?
कहते हैं दो पल की होती है ज़िन्दगी .......
और लोग ; इतने में ही इतिहास रचा करते हैं ....
अपने जुनून से लोगों के , दिलों में बसा करतें हैं ,
तो चलो हम भी जीते हैं , अपने सपनों को ....
और खुश करते हैं , जान से प्यारे अपनों को ।
अपनों के चेहरों की मुस्कान है ज़िन्दगी ....
उनके संग बिताए गए पलों की दुकान है ज़िन्दगी ,
और उनकी सिर्फ एक खुशी के लिए कुर्बान है ज़िन्दगी .....💝
Life is not about how many days you live ,
It's about how beautifully you live it.
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Written by :-
Shanti
Good
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